प्याज की आत्मकथा

मैं मूक खड़ी इस दुनिया की भ्रमित करने वाली सुंदरता के अंदर छिपे धोखे और कुटिलता को देख रो पड़ी । दुनिया के ऐसे रंग देख दूसरों को रुलाने वाली प्याज की आँखों में भी आज आंसूं थे ।