फेसबुक बना हथियार

उसने बिल्डर द्वारा उस पर की जा रही ज्यादतियों को फेसबुक पर शेयर करना और मदद की अपील करना शुरु कर दिया । लेकिन सब फिल्मी कहानियों में जितना आसान लगता है उतना था नहीं । शुरू में कोई ख़ास सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई । उल्टे कुछ लोगों ने उसकी बात का मजाक बनाया । गंदे-गंदे कमेंट लिखे ।

विभीषिका

युक्ति काम कर गयी । मंत्री जी के आने पर पत्रकारों के मन में कोविड का भय जो कहीं गायब हो गया था, अब पुनः घर कर गया। सरकारी इन्तेजामों में क्वारेंटाइन की बदतर स्थिति का सबको पता था । कुछ देर पहले तक मत्रीजी से मिलने की हठ किये बैठे लोग तेज़ी से अपने रास्ते निकल लिए ।

आभार

उन पुराने दिनों की कुछ यादें ताज़ा कर वो आदमी चला गया लेकिन विशाल के दिमाग में घूमती बातों का एक तूफ़ान छोड़ गया । यदि उसका पैक किया पैराशूट उस दिन काम नहीं करता तो वह आज यहाँ नहीं होता ।

समर्पित प्रेम

एक निर्जीव खिलौने ने आज जीवित खिलौने को गुलाम कर दिया है । समय आ गया है उसका मर्यादित उपयोग करना सीखने का नहीं तो… परिवार, समाज और राष्ट्र को उसके गंभीर परिणाम भुगतने पडेंगे और उसकी कीमत चुकाने को तैयार रहना पड़ेगा…